मंगलवार, 10 अप्रैल 2012

शहर में घर का सपना

माथे के पसीने का
एड़ी तक पहुँच जाने पर भी
पचास गज का एक अदद फ्लैट
सपना ही बना रहा

शहर में गजों में नापी जाती है तुम्हारी औकात
गाँव का कट्ठा, बीघा और एकड़ के मुकाबले
पचास, सौ या दो सौ गज की हैसियत
बहुत बड़ी है शहर में

गाँव में सिर्फ कब्र नापी जाती है गज में
और वह दो गज जमीन भी  
तुम्हारी वास्तविक हैसियत बताने के लिए
बड़ी पड़ जाती है


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सुशील कुमार
दिल्ली, अप्रेल 10, 2012 

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